इस वर्ष के मॉनसून में हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर के लिए स्थिति गंभीर हो गई है—एक ओर हथिनीकुंड बैराज के गेट खोलने से यमुना का "माध्यम बाढ़" घोषित हुआ, वहीं दूसरी ओर सिरसा में घग्गर नदी के तटबंध कमजोर होने से फसल और गांव खतरे में हैं।
हथिनीकुंड बैराज से यमुना की उफानभरी आपूर्ति
अगस्त 2025 में भारी बारिश के चलते यमुना में जलस्तर बढ़ गया, जिसके कारण 18 गेट एक साथ पहली बार इस साल खुले। इस दौरान 1.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो "माध्यम बाढ़" स्थिति में आता है—और दिल्ली में बाढ़ अलर्ट जारी कर दिया गया ।
दिल्ली और आसपास की चिंताएं
इस पानी के दिल्ली तक पहुंचने में अनुमानतः 30–48 घंटे का समय लगेगा। यमुना दिल्ली में डरावनी सीमा पार कर सकती है, जिससे कोई हल्के इलाकों में संभावित बाढ़ हो सकती है ।
सिरसा में घग्गर नदी का विनाशकारी असर
सिरसा जनपद में भारी बारिश ने घग्गर नदी के जलस्तर को बढ़ा दिया है, जिससे कई गांवों—जैसे बुदबाना और नेजदेला—में तटबंध में दरार आने का खतरा बढ़ गया। मनरेगा के माध्यम से मिट्टी भरे बैग रखकर तटबंधों को मजबूत किया जा रहा है और रात में प्रकाश व्यवस्था की गई है, पर हालात संवेदनशील बने
हुए हैं ।
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