प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर बसंत पंचमी (3 फरवरी) के दिन संगम तट पर लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम में शाही स्नान कर रहे हैं। यह महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण स्नान पर्व माना जाता है, जहां साधु-संतों और नागा संन्यासियों के अखाड़ों ने भव्य प्रवेश करते हुए शाही स्नान किया।
शाही स्नान का दिव्य नज़ारा
आज सुबह से ही संगम तट पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। नागा संन्यासियों ने पारंपरिक अंदाज में जयघोष और शंखनाद के साथ पवित्र स्नान किया। अखाड़ों की पेशवाई के दौरान अद्भुत नजारा देखने को मिला।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़
श्रद्धालुओं ने सूर्योदय से पहले ही संगम में डुबकी लगाना शुरू कर दिया। प्रशासन के अनुसार, अब तक करीब 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शाही स्नान कर चुके हैं। कुंभ मेले में देश-विदेश से संत-महात्मा और श्रद्धालु पहुंचे हैं।
सुरक्षा और सुविधाओं के कड़े इंतज़ाम
उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 200 से अधिक घाट, 3000 CCTV कैमरे, और 50,000 से अधिक पुलिस बल तैनात किए हैं। ड्रोन कैमरों से भीड़ पर नजर रखी जा रही है, और कुंभ क्षेत्र में स्वास्थ्य कैंप, मोबाइल टॉयलेट, और भोजन व्यवस्था की गई है।
महाकुंभ 2025 क्यों खास है?
यह 12 वर्षों में एक बार होने वाला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है।
इसमें 10 प्रमुख अखाड़ों के संतों का शाही स्नान होता है।
गंगा में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति का विशेष महत्व माना जाता है।
SEO Keywords (Google News में रैंकिंग के लिए)
✅ महाकुंभ 2025
✅ बसंत पंचमी शाही स्नान
✅ संगम प्रयागराज स्नान
✅ नागा साधु शाही स्नान
✅ गंगा स्नान का महत्व
✅ कुंभ मेला लाइव अपडेट
✅ महाकुंभ में नागा साधु दर्शन
✅ महाकुंभ सुरक्षा व्यवस्था
निष्कर्ष:
महाकुंभ 2025 के शाही स्नान पर बसंत पंचमी के पावन अवसर पर संगम तट पर लाखों श्रद्धालुओं ने पुण्य स्नान किया। नागा संन्यासियों और साधु-संतों की पेशवाई ने इसे और भव्य बना दिया। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं, जिससे श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
📍 महाकुंभ 2025 की ताजा अपडेट के लिए जुड़े रहें!