Wednesday, 3 September 2025

“हेल्थ-लाइफ बीमा अब GST-मुक्त? जानिए कैसे आपकी जेब पर असर पड़ेगा!”

हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पर अब कोई टैक्स नहीं

बैकग्राउंड & निर्णय:

भारत सरकार ने 56वीं जीएसटी परिषद की बैठक में निर्णय लिया है कि अब व्यक्तिगत स्वास्थ्य और जीवन बीमा पॉलिसियों पर लगने वाली 18% GST को पूर्णतः समाप्त कर दिया जाएगा। इस छूट का प्रभाव 22 सितम्बर 2025 से लागू होगा, जो नवरात्रि के पहले दिन से शुरू हो रहा है ।

उद्देश्य & प्रभाव:

इस कदम का उद्देश्य है बीमा पॉलिसियों को आम जनता के लिए अधिक सुलभ और किफायती बनाना, जिससे बीमा की पहुँच बढ़े और उसका दायरा विस्तारित हो सके । National Insurance Company की CMD रजेस्वरी सिंह मुनी का मानना है कि इस छूट से स्वास्थ्य बीमा बाजार में वृद्धि संभावित है और इसमें शामिल अधिक लोग उच्च कवरेज लेने के लिए प्रेरित होंगे ।

बीमा कंपनियों की चिंताएं:

हालाँकि, उद्योग विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बीमा कंपनियां इस टैक्स राहत के प्रभाव को प्रतिस्पर्धा में संकुचित राजस्व को पूरा करने हेतु प्रीमियम दरों में वृद्धि कर सकती हैं। इस प्रकार, उपभोक्ताओं पर अंतिम प्रभाव पूरी तरह स्पष्ट नहीं है—हालांकि कुल मिलाकर पोस्ट‑टैक्स लागत घटने की उम्मीद है ।

परिणाम स्वरूप:

अस्पष्टता: जब तक प्रारंभिक प्रीमियम संशोधनों का पता नहीं लग जाता, तब तक वास्तविक बचत का अनुमान लगाना मुश्किल है।

उपभोक्ता दृष्टिकोण: निवारक प्रभाव के दृष्टिकोण से—चाहे कुछ कंपनियाँ प्रीमियम बढ़ाए—उपभोक्ताओं के लिए बीमा किफायती बने रहने की संभावना बनी रहेगी क्योंकि पहले GST जुड़ा हुआ होता था।

बीमा कवरेज में बढ़ोतरी: खासकर ग्रामीण, मध्यम और निम्न आय वर्गों में बीमा कवरेज में सुधार की उम्मीद है।



"चित्तौड़गढ़ की सांवलिया सेठ के लिए चांदी की बंदूक और डायमंड रथ — क्या है इस भक्ति का राज़?"

"चित्तौड़गढ़ की सांवलिया सेठ के लिए चांदी की बंदूक और डायमंड रथ — क्या है इस भक्ति का राज़?"
चित्तौड़गढ़ के श्री सांवलिया सेठ मंदिर में इस बार भक्तों की आस्था ने नए आयाम छुए—जब एक अज्ञात भक्त ने भगवान की विशेष भक्ति स्वरूप चांदी की बंदूक (लगभग 500 ग्राम) और एक चांदी गोली अर्पित की, जिससे दर्शनार्थी चकित रह गए । इस अनोखी भेंट ने सामान्य फूल-फूल मालाओं और मिठाइयों से हटकर लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि भक्ति की ये नई अभिव्यक्ति रक्षा और शक्ति का प्रतीक है।

इसके साथ ही खबर में यह बताया गया है कि सोने-चांदी के रथों में चारभुजा नाथ और सांवलिया सेठ की शोभा बढ़ाई जाएगी, और उन्हें डायमंड जैसी कीमती आभूषणों से श्रृंगारित करने की योजना है । यह दृश्य न केवल भक्ति का एक दृश्यात्मक रूप होगा, बल्कि श्रद्धालुओं के मन में उत्साह और आस्था की तरंगें भी जगाएगा।

मंदिर प्रशासन ने इस चढ़ावे को मंदिर भंडार में सुरक्षित रखा है, यह नवीनतम धार्मिक प्रवृत्ति भक्तों की आस्था की विविधता और कल्पनाशीलता का चरम रूप बन कर उभरी है|

“पंजाब बाढ़ का कहर: घग्गर-सतलुज उफान पर, जालंधर में घर ढहे — लाइव मानसून आपदा!”

“पंजाब बाढ़ का कहर: घग्गर-सतलुज उफान पर, जालंधर में घर ढहे — लाइव मानसून आपदा!”

पंजाब में मौजूदा मानसून ने एक ऐतिहासिक तबाही का रूप ले लिया है। राज्य सरकार ने पूरे पंजाब को "आपदा प्रभावित" घोषित कर दिया है, क्योंकि बाढ़ का पैमाना 1988 के विनाशकारी सैलाब से भी ज़्यादा बताया जा रहा है। 

राज्य के 23 जिलों में लगभग 1,400 गाँव जलमग्न हो चुके हैं और करीब 30 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। भारी तबाही की वजह से करोड़ों एकड़ फसलें नष्ट हो रही हैं और अब तक 20,000 से अधिक लोग निर्वासित हो चुके हैं। 

गंगग्र (Ghaggar) और सतलुज जैसी नदियाँ खतरे के निशान के पास पहुंच चुकी हैं, कई बाँधों का जलस्तर अत्यधिक बढ़ा है। 

जालंधर में सुबह‑सुबह ज़मीनें धंसने और घरों के गिरने की घटनाओं ने हालात और भयावह बना दिए हैं। प्रशासन ने तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी जारी की। 

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार से ₹60,000 करोड़ की राहत उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है ताकि प्रभावितों को तुरंत सहायता मिल सके। 

मुख्य बिंदु:

पूरे राज्य में बाढ़ की स्थिति भयावह, कई जिलों में जीवन अस्त-व्यस्त।

Ghaggar और Sutlej जैसी नदियाँ खतरे के निशान तक पहुंच गई हैं।

फसलें बर्बाद, ग्रामीण इलाकों में तबाही, मौतों का सिलसिला जारी।

सरकार बचाव, राहत और वित्तीय सहायता के लिए सक्रिय।

इस संकट के बीच, स्थानीय प्रशासन और सरकार की तरफ से जारी सतर्कता और बचाव प्रयास ज़िंदगी बचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।


Monday, 1 September 2025

“दिल्ली जलमग्न! क्या हथिनीकुंड बैराज के गेट खोलने से घग्गर में ताश के पत्तों की तरह टूटे तटबंध?”

हरियाणा में मॉनसून का कहर: हथिनीकुंड बैराज से यमुना का उफान और सिरसा में घग्गर नदी का खतरा
इस वर्ष के मॉनसून में हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर के लिए स्थिति गंभीर हो गई है—एक ओर हथिनीकुंड बैराज के गेट खोलने से यमुना का "माध्यम बाढ़" घोषित हुआ, वहीं दूसरी ओर सिरसा में घग्गर नदी के तटबंध कमजोर होने से फसल और गांव खतरे में हैं।

हथिनीकुंड बैराज से यमुना की उफानभरी आपूर्ति
अगस्त 2025 में भारी बारिश के चलते यमुना में जलस्तर बढ़ गया, जिसके कारण 18 गेट एक साथ पहली बार इस साल खुले। इस दौरान 1.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो "माध्यम बाढ़" स्थिति में आता है—और दिल्ली में बाढ़ अलर्ट जारी कर दिया गया ।

दिल्ली और आसपास की चिंताएं
इस पानी के दिल्ली तक पहुंचने में अनुमानतः 30–48 घंटे का समय लगेगा। यमुना दिल्ली में डरावनी सीमा पार कर सकती है, जिससे कोई हल्के इलाकों में संभावित बाढ़ हो सकती है ।

सिरसा में घग्गर नदी का विनाशकारी असर
सिरसा जनपद में भारी बारिश ने घग्गर नदी के जलस्तर को बढ़ा दिया है, जिससे कई गांवों—जैसे बुदबाना और नेजदेला—में तटबंध में दरार आने का खतरा बढ़ गया। मनरेगा के माध्यम से मिट्टी भरे बैग रखकर तटबंधों को मजबूत किया जा रहा है और रात में प्रकाश व्यवस्था की गई है, पर हालात संवेदनशील बने
 हुए हैं ।

हथिनीकुंड बैराज खुला ,

यमुना बाढ़ अलर्ट दिल्ली , 

मॉनसून 2025 हरियाणा बाढ़ , 

घग्गर नदी बाढ़ सिरसा , 

हरियाणा बाढ़ तैयारी , 

यमुना में पानी रिलीज , 

सिरसा घग्गर तटबंध खतरा, 


Sunday, 31 August 2025

"धुस्सी बांध टूटा – पंजाब डूब रहा है! जलप्रलय अलर्ट!"

"धुस्सी बांध टूटा – पंजाब डूब रहा है! जलप्रलय अलर्ट!"
पंजाब में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है, जहाँ 9 जिले बाढ़ की चपेट में हैं और 1018 गांव प्रभावित हुए हैं। लोगों के घर और खेत डूब गए हैं, जिससे व्यापक कृषि एवं जीवन व्यवस्था प्रभावित हुई है। बचाव और राहत कार्यों में सरकार ने एनडीआरएफ की 11 टीमें तैनात की हैं, साथ ही चार जिलों में सेना की टीमें भी सहायता में सक्रिय हैं ।

रावी नदी का जलस्तर अत्यधिक बढ़ने से गुरदासपुर के घोनेवाले क्षेत्र में धुस्सी बांध टूट गया, जिसके परिणामस्वरूप पानी लगभग 15 किलोमीटर दूर अजनाला शहर तक पहुँच गया है । इस आपदा से कई गांव जलमग्न हो गए हैं, जिसका असर अब शहर के निचले इलाकों तक विस्तृत हो चुका है ।

इसके साथ ही यह बाढ़ 1985-88 के बाद पंजाब में आई सबसे भीषण आपदा मानी जा रही है। इसमें लगभग 3 लाख एकड़ कृषि भूमि तबाह हो गई है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक क्षति हुई है। राज्य सरकार ने केंद्र पर समय पर सहायता न मिलने के कारण स्थिति बिगड़ने का आरोप भी लगाया है ।

मौसम विभाग ने अगले 24–48 घंटों में भी पंजाब के कई हिस्सों में भारी बारिश का ऑरेंज या येलो अलर्ट जारी किया है, खासकर सीमावर्ती पठानकोट, होशियारपुर और रूपनगर जिलों में ।

Saturday, 30 August 2025

"रियासी में मलबे की चपेट में पूरे परिवार की दर्दनाक मौत"


जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के महोरे (Badder गांव) क्षेत्र में शुक्रवार देर रात (लगभग 3 AM, 30 अगस्त 2025) हुई जानलेवा बारिश और संभावित क्लाउडबर्स्ट ने एक परिवार का घर मलबे में धंसाया, जिससे संरचनात्मक क्षति हुई और पूरा परिवार तहस-नहस हो गया ।

इस हादसे में नजीर अहमद (38), उनकी पत्नी वज़ीरा बेगम (35) और उनके पाँच बच्चे – बिल्लाल (13), मुस्तफा (11), आदिल (8), मुबारक (6) और वसीम (5)—सभी की मौके पर ही मृत्यु हो गई । स्थानीय लोग और बचाव दल लगभग 3-4 घंटे बाद मलबे से सभी शवों को बाहर निकाल पाए ।

यह भी रिपोर्ट किया गया कि रमबान जिले में एक क्लाउडबर्स्ट ने अचानक बाढ़ ला दी, जिससे कई घर और एक स्कूल तबाह हो गया; जिसमें चार लोग मारे गए और कुछ लापता भी हुए; बचाव कार्य जारी हैं ।

ये घटनाएँ मानसून की रफ्तार और हिमालयी क्षेत्र की भौगोलिक संवेदनशीलता की ओर इशारा करती हैं। भारी वर्षा और बादल-फट (cloudburst) की वजह से आकस्मिक प्राकृतिक आपदाएं उत्पन्न होती हैं, जिससे अब तक विभिन्न जिलों में कई जान-माल को भारी नुकसान हुआ है ।

मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला और केंद्र सरकार ने तुरंत राहतमूलक कदम उठाए हैं, प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में बचाव व पुनर्वास कार्य तेज किया है। रियासी और रमबान दोनों क्षेत्रों में SDRF, पुलिस व स्थानीय समुदाय शामिल होकर राहत कार्यों में सक्रिय हैं ।

“बीकानेर में मासूम की ज़िंदगी ले ली ‘खेल’ — एक टाई बन गया मौत का फंदा!”


रविवार (30 अगस्त 2025) तड़के बीकानेर जिले के लूणकरणसर क्षेत्र में भारी बारिश के बीच एक कच्चे मकान की छत ढह गई, जिसमें 10‑साल के शौर्य की मृत्यु हो गई और मां घायल हुई—जिससे स्थानीय समुदाय में शोक व्याप्त है । इसी बीच राज्य में मानसून का असर बढ़ते हुए जारी है: मौसम विभाग ने 30 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है और चित्तौड़गढ़, सलूंबर और उदयपुर (शहर क्षेत्र को छोड़कर) में स्कूल बंद कर दिए गए हैं ।

भीलवाड़ा में शनिवार सुबह बिजली गिरने से एक मकान क्षतिग्रस्त हुआ; इसमें एक व्यक्ति घायल हुआ और पूरे इलाके में भय फैला । मारवाड़ क्षेत्र में भी बारिश का असर देखा गया—जोधपुर के तिंवरी में सुबह 6:30 बजे से तेज बरसात शुरू हुई, जिससे सड़कें जलमग्न हो गईं; पाली और दौसा जिलों में भी सुबह से रुक‑रुककर बारिश जारी रही, और दौसा के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति बनी रही ।

मौसम विभाग के अनुसार, यह बरसात का दौर अगले चार दिनों तक जारी रह सकता है, जिससे राज्य के अन्य हिस्सों में भी सतर्कता आवश्यक है ।

संक्षेप में: बीकानेर में छत दुर्घटना में एक मासूम की जान चली गई, भीलवाड़ा में बिजली गिरने से हादसा, और जोधपुर, पाली, दौसा सहित कई जिलों में मानसून की सक्रियता, साथ ही 30 जिलों में येलो अलर्ट—राजस्थान में मानसून की जोशपूर्ण, लेकिन खतरनाक वापसी जारी है।

Friday, 29 August 2025

“Supreme Court Green-lights ‘Creamy Layer’ Check in SC/ST Quotas — Hearing Slated for Oct 10!”


The Supreme Court of India has accepted a public interest litigation seeking to apply a “creamy layer” criterion to SC/ST reservations, akin to the system used for OBCs, in order to ensure reservation benefits primarily reach the poorest among SC/ST communities, rather than the relatively affluent. The petition, filed by Ramashankar Prajapati, argues that current reservation policies disproportionately favor well-off and influential SC/ST individuals, leaving the most economically disadvantaged behind. A bench led by Justices Surya Kant and Joymalya Bagchi has issued a notice to the central government and scheduled the next hearing for 10 October 2025. The petitioner referenced the Supreme Court’s August 2024 judgment in State of Punjab v. Davinder Singh, which endorsed the idea that SC/ST communities can have sub‑classifications and that a “creamy layer” exclusion could be developed to preserve the spirit of affirmative action.  

“घग्गर का उफान: मोहाली फेज-11 और बलटाना में बाढ़ का खतरा!”


आज की प्रमुख ख़बर: घग्गर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा, जिससे मोहाली के फेज‑11 समेत कई इलाकों में घरों में पानी घुस आया; जिला प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया।

मुख्य तथ्य :-

पंजाब में मॉनसून का मौसम जारी है और आज, 29 अगस्त 2025 को, मोहाली जिला प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्र डेराबस्सी सब‑डिवीजन के नौ गांवों सहित फेज‑11 और बलटाना पुलिस चौकी के आसपास घरों में पानी घुसने की घटनाओं के बीच अलर्ट जारी किया ।

घग्गर नदी का जलस्तर 70,000 क्यूसेक से भी ऊपर पहुँच चुका है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है ।

इसी बीच, पूर्व में, मुबारकपुर मार्ग (causeway) भी दूसरी बार 10 दिनों में डूब गया, जिससे वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया और लोगों को लंबा मार्ग अपनाना पड़ा । लगभग 150 गरीब परिवारों के झुग्गियों में पानी घुस गया; बाढ़ के कारण गंदे पानी से स्वास्थ्य संबंधी जोखिम पैदा होने का डर बढ़ गया। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति की समीक्षा की और स्थायी समाधान जैसे ऊँची पुल बनवाने का आश्वासन दिया ।



An IAS officer brought down Lucknow's garbage mountains. He's 'kalyug ka Hanuman'


IAS officer Inderjit Singh, while serving as Lucknow’s municipal commissioner, spearheaded a remarkable transformation—turning two “garbage mountains” into a model of urban renewal. The massive dumps at Ghaila (spanning 72 acres) and Shivri (12 m high, 50 acres) were cleared using innovative waste-processing methods: Ghaila was converted into the Rashtriya Prerna Sthal, a 72-acre green park planted with a lakh trees, and Shivri evolved into a state-of-the-art waste processing plant enabling Lucknow to become a “zero net waste” city. In just three years, Singh’s team processed over 18‑26 lakh metric tonnes of legacy waste, integrated recycling, composting, and bioremediation systems, and deployed electric vehicles, CCTV monitoring, and citizen engagement campaigns. The city leapt 41 positions in the Swachh Survekshan 2024–25, ranking third cleanest in India. Locals laud Singh as “kalyug ka Hanuman” for lifting monumental waste challenges and ushering in sustainable urban metamorphosis.

“हेल्थ-लाइफ बीमा अब GST-मुक्त? जानिए कैसे आपकी जेब पर असर पड़ेगा!”

हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पर अब कोई टैक्स नहीं बैकग्राउंड & निर्णय: भारत सरकार ने 56वीं जीएसटी परिषद की बैठक में निर्णय लिया ...